तिल सरीखी बात को ताड़ बना देते हैं ज़माने वाले। कीचड़ उछालने में तनिक न शरमाते हैं ज़माने तिल सरीखी बात को ताड़ बना देते हैं ज़माने वाले। कीचड़ उछालने में तनिक न शरमाते ह...
लक्ष्य बनाकर जीने वाले उसका पीछा करने वाले, लक्ष्य भला कब तक भागेगा एक दिवस मिल ही ज लक्ष्य बनाकर जीने वाले उसका पीछा करने वाले, लक्ष्य भला कब तक भागेगा एक ...
तेरे लिए सर पे रखकर मटकी, ग्वालिन नित् गलियों में भटकी, तेरे लिए कितने भेष बनाए, बन तेरे लिए सर पे रखकर मटकी, ग्वालिन नित् गलियों में भटकी, तेरे लिए कितने भेष...
सुना है तेरे चाहने वाले हजारों हैं मैंने भी अपना नाम शामिल किया है । सुना है तेरे चाहने वाले हजारों हैं मैंने भी अपना नाम शामिल किया है ।
बात की चूड़ी मर गई और वह भाषा में बेकार घूमने लगी ! बात की चूड़ी मर गई और वह भाषा में बेकार घूमने लगी !
सब कुछ तुम्हारी मर्ज़ी से हो सब कुछ तो कह दिया तुमने सब कुछ तुम्हारी मर्ज़ी से हो सब कुछ तो कह दिया तुमने